Updated on: 16 June, 2025 06:04 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
इस गंभीर हादसे में विमान में सवार 242 यात्रियों में से 241 की मौत हो गई, साथ ही छात्रावास में 29 लोगों की भी मौत हो गई. गुरुवार को हुए हादसे के बाद से एक फिल्म निर्माता भी लापता है.
महेश जीरावाला की तस्वीरों का कोलाज
यह हादसा गुरुवार दोपहर 1.39 बजे हुआ, जब सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद एयर इंडिया का विमान मेघनगर इलाके में स्थित एक मेडिकल कॉलेज परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इस गंभीर हादसे में विमान में सवार 242 यात्रियों में से 241 की मौत हो गई, साथ ही छात्रावास में रहने वाले 29 लोगों की भी मौत हो गई. गुरुवार को अहमदाबाद में हुए गंभीर एयर इंडिया विमान हादसे के बाद से एक फिल्म निर्माता भी लापता है.
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उसके परिवार ने संदेह जताया है कि वह दुर्घटना के दौरान जमीन पर मारे गए लोगों में से एक हो सकता है. इसके चलते परिवार ने पहचान के लिए डीएनए सैंपल जमा कराए हैं. उसके मोबाइल फोन की आखिरी लोकेशन दुर्घटनास्थल से महज 700 मीटर दूर थी. यह हादसा गुरुवार दोपहर 1:39 बजे हुआ, जब सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद एयर इंडिया का विमान मेघनगर इलाके में स्थित मेडिकल कॉलेज परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इस भीषण दुर्घटना में विमान में सवार 242 यात्रियों में से 241 की मौत हो गई, साथ ही जमीन पर 29 लोग भी मारे गए.
लापता फिल्म निर्माता की पहचान महेश कलावड़िया के रूप में हुई है, जिसे महेश जीरावाला के नाम से भी जाना जाता है. वह नरोदा का रहने वाला था और म्यूजिक एल्बम बना रहा था. उसकी पत्नी हेतल ने बताया कि गुरुवार को वह किसी से मिलने लॉ गार्डन इलाके में गया था. हेतल ने बताया, `मेरे पति ने मुझे दोपहर 1:14 बजे फोन करके बताया कि उनकी मीटिंग खत्म हो गई है और वह घर आ रहे हैं. लेकिन जब वह घर नहीं लौटे, तो मैंने उन्हें बार-बार फोन किया, लेकिन उनका फोन बंद था. जब पुलिस को सूचना दी गई, तो मोबाइल की आखिरी लोकेशन दुर्घटनास्थल से महज 700 मीटर दूर मिली`.
उन्होंने आगे कहा, "दोपहर करीब 1:40 बजे (जब विमान ने उड़ान भरी) उनके फोन का नेटवर्क चला गया. उनका स्कूटर और मोबाइल फोन दोनों गायब हैं. सबसे अजीब बात यह है कि जिस रूट पर उनकी आखिरी लोकेशन मिली थी, वहां से वे कभी घर नहीं आए. हमने यह पुष्टि करने के लिए डीएनए सैंपल उपलब्ध कराए हैं कि वे दुर्घटना में जमीन पर मरने वाले लोगों में से एक थे या नहीं." कई शव बुरी तरह जल गए थे या क्षतिग्रस्त हो गए थे, इसलिए मृतकों की पहचान डीएनए जांच के जरिए की जा रही है. रविवार तक दुर्घटना में 270 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है. अस्पताल प्रशासन ने बताया कि डीएनए मिलान के जरिए अब तक 47 शवों की पहचान हो चुकी है और 24 शव पीड़ितों के परिजनों को सौंप दिए गए हैं.
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